होम /

विश्‍वविद्यालय अनुदान आयोग

प्रो. मनिष र. जोशी ने स्नाहतकोत्तर (एमसीएस) की शिक्षा भारत के पुणे विश्वरविद्यालय में तथा पीएच.डी की शिक्षा उत्तर महाराष्ट्र विश्वरविद्यालय, जलगांव (भारत) से प्राप्त की। प्रो. जोशी को भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा वर्ष 2018 के लिए लोकप्रिय विज्ञान और प्रौद्योगिकी के अनुवाद में उत्कृष्ट प्रयासों के लिए एक गौरवमयी राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

प्रो. जोशी ने गौरवमयी पोस्ट-डॉक्टरल अध्येतावृत्ति पुरस्कार यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू ब्रंसविक, फ्रेडेरिक्टन (कनाडा) से 2008-2009 के दौरान प्राप्त किया, जो संगणक विज्ञान को एक अलग संकाय के रूप में स्थापित करने वाला अग्रणी विश्वेविद्यालय है।

सन् 1997 से, उन्होंने कवयित्री बहिनाबाई चौधरी उत्तर महाराष्ट्र विश्वाविद्यालय, जलगांव (भारत) के स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंसेज में शिक्षण प्रदान किया। प्रो. जोशी के पास विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों में विविध शैक्षिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के छात्रों को पढ़ाने का अनुभव है। उन्होंने पश्चिम अफ्रीकी देश गाम्बिया में हैलिफ़ैक्स में एक कनाडाई विश्वमविद्यालय, सेंट मैरी विश्वंविद्यालय में शिक्षण प्रदान किया है।

उनकी वर्तमान शोध रुचियों में रफ सेट-बेस्ड् मशीन इंटेलिजेंस, लोकलाइजेशन, नॉलेज डिस्ककवरी और नेचुरल लैंग्वे्ज प्रोसेसिंग शामिल हैं। उन्होंने विभिन्न अनुसंधान परियोजनाओं/प्रोजेक्टइ को संपन्नज किया है और छह शोधार्थियों का डॉक्टरेट डिग्री प्राप्त करने में निर्देशन किया है। चीन और आर्मेनिया में अपने प्रवास के दौरान, डॉ. जोशी ने इन देशों में विभिन्न विश्वविद्यालयों का दौरा किया और अकादमिक संघों की स्थापना की। प्रो. मनिष र. जोशी ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के जर्नलों के साथ-साथ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की कार्यवाहियों में 100 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित किए हैं। उन्होंने एक ओपन-एक्सेस ई-बुक और अंतर्राष्ट्रीय जर्नलों के विशेष अंकों का संपादन किया है। उन्हें अनुसंधान और सहयोग के लिए डरबन प्रौद्योगिकी विश्वोविद्यालय, डरबन (दक्षिण अफ्रीका) द्वारा आमंत्रित किया गया था। वह यूरोपीय संघ की परियोजना "भारतीय उच्चतर शिक्षा संस्थानों में शिक्षण कर्मचारियों के मानकों को बढ़ाने के लिए एक स्थायी समाधान के रूप में क्षमता निर्माण केंद्रों की स्थापना" पर कार्य करने के लिए चुने गए प्रशिक्षकों में से एक हैं।

प्रो. जोशी ने एआईसीटीई-यूकेआईईआरआई के नेतृत्व में विकास कार्यक्रम के अंतर्गत भारत सरकार और ब्रिटिश काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित एक अध्ययन दौरे के एक सदस्य के रूप में अक्तूबर, 2019 में यू.के. का दौरा किया।

उन्होंने अपनी रुचि के विभिन्न विषयों पर प्रतिष्ठित संस्थानों में कई व्याख्यान दिए हैं। प्रो. जोशी विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों की कार्यक्रम समिति के सदस्य के रूप में तथा विभिन्न प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय जर्नलों के समीक्षक के रूप में भी कार्य करते रहे हैं। वह इंडियन सोसायटी फॉर रफ़-सेट्स के कार्यकारी परिषद् के सदस्यों में से एक हैं।

प्रौद्योगिकी पर उनके आलेख विभिन्न दैनिक समाचार-पत्रों में स्थानीय भाषाओं में नियमित प्रकाशित किए जाते हैं। उन्हें प्राय: ऑल इंडिया रेडियो पर वार्ता की प्रस्तुथति करने के लिए आमंत्रित किया जाता है।